बेबसी,बेबसी,ये कैसी बेबसी ……
बेबसी ,बेबसी ,ये कैसी बेबसी ,
कर नहीं पा रहे हो विरोध ,
जो कर रहा तुम्हारा अवरोध ।
भ्रष्टाचार की जाल में नित निरंतर ,
फिर भी जी हजूरी अक्सर ,
बेबसी ,बेबसी,ये कैसी बेबसी ।
करो संघर्ष ,करो आंदोलन,
होगा उत्कर्ष ,न होगा गबन।
कब तक डरोगे ,
कब तक घुँट -घुँट मरोगे ,
बेबसी ,बेबसी , ये कैसी बेबसी ।
हो रहा प्रताड़ित गरीब ,
हो गया है प्राणी अजीब ।
गिड़गिड़ाता है ,दया की भीख माँगता है ,
फिर भी तरस ना आता है ,
बेबसी ,बेबसी ,ये कैसी बेबसी ।