हो जाओ सजग नारी ....
ईश्वर ने बनाया है नारी ,
खूँटे में बँधना है लाचारी ।
क्योंकि वह तो है बेचारी,
जो अपनो से है हारी ।
जीत लिया है नर गण ,
समाज में अस्तित्व रण।
नर कर लिया प्रण,
नारी को न देंगे त्राण ।
हो जाओ सजग नारी,
आ जाओ बाहर सारी ।
ले लो हस्त कटारी ,
होगी जीत तुम्हारी ।
निश्चित मुक्त हो जाओगी ,
पर्दे से बाहर जब आओगी ।
स्वतन्त्र विचार अपनाओगी ,
समानता का दर्ज़ा पाओगी ।